क्या सिर्फ एक किरदार पूरी फिल्म को अपने कंधों पर संभाल सकता है? अगर आपका जवाब ‘नहीं’ है, तो Crazxy देखकर आप अपना जवाब बदल देंगे! Sohum Shah की यह थ्रिलर फिल्म “Locke” (2013) जैसी एक-करैक्टर फिल्मों से प्रेरित है, लेकिन इसमें इतना इमोशनल ड्रामा और टेंशन डाला गया है कि आपको सीट से हिलने का भी मौका नहीं मिलेगा।
गिरीश कोहली द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म सिर्फ 93 मिनट की है, लेकिन हर मिनट रोमांच से भरा हुआ है। चलिए जानते हैं कि क्यों यह वन-मैन शो थ्रिलर आपको जरूर देखनी चाहिए

कहानी: एक फोन कॉल और जिंदगी की सबसे बड़ी परीक्षा
डॉ. अभिमन्यु सूद (Sohum Shah) एक शातिर और आत्मकेंद्रित डॉक्टर हैं, जो किसी गुप्त डील में लिप्त हैं। लेकिन तभी एक फोन कॉल उनकी पूरी दुनिया हिला कर रख देता है! फोन पर उन्हें बताया जाता है कि उनकी बेटी वेदिका (Unnathi Surana), जो Down Syndrome से पीड़ित है, का अपहरण हो चुका है! पहले तो उन्हें लगता है कि यह उनकी पूर्व पत्नी (Nimisha Sajayan) द्वारा किया गया कोई षड्यंत्र है, लेकिन जब उन्हें वीडियो प्रूफ मिलता है, तो हालात गंभीर हो जाते हैं।
लेकिन ट्विस्ट यहीं खत्म नहीं होते! उनके पास 5 करोड़ रुपये कैश में हैं, (जो उनकी डील से जुड़े हैं) और अपहरणकर्ता उन्हें दिल्ली के बाहर एक लोकेशन पर पैसे पहुंचाने के लिए कहता है। इस बीच, उनकी कार में टायर पंचर हो जाता है, और इसी समय एक सर्जरी में फंसे अपने जूनियर को गाइड भी करना पड़ता है! यह सीन इतना रोमांचक और तनावपूर्ण है कि आपकी धड़कनें तेज हो जाएंगी! लेकिन जब वह ड्रॉप लोकेशन पर पहुंचते हैं, तो एक ऐसा खुलासा होता है, जो पूरी कहानी का रुख ही बदल देता है…
सिर्फ एक किरदार और पूरी फिल्म – लेकिन फिर भी बेमिसाल
Crazxy की सबसे खास बात यह है कि इसमें सिर्फ एक ही मुख्य किरदार है, लेकिन Sohum Shah की एक्टिंग इतनी दमदार है कि आपको एक भी पल बोरियत महसूस नहीं होगी। पूरी फिल्म कार के अंदर ही शूट की गई है, लेकिन फिर भी इसका निर्देशन इतना सटीक है कि आपको लगेगा मानो आप खुद इस सफर का हिस्सा हैं। गिरीश कोहली की स्क्रिप्ट और स्क्रीनप्ले इस फिल्म को एक इंटेंस थ्रिलर बना देते हैं, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगा।
इस तरह की फिल्मों में सबसे बड़ी चुनौती होती है – कैसे दर्शकों को बांधकर रखा जाए? लेकिन यहां पर कैमरा वर्क, बैकग्राउंड स्कोर और एडिटिंग इतनी जबरदस्त है कि आप एक सेकंड के लिए भी स्क्रीन से नजरें नहीं हटा पाएंगे! खासतौर पर, Jesper Kyd का बैकग्राउंड म्यूजिक तनाव को और भी ज्यादा बढ़ा देता है, जिससे यह फिल्म एक सस्पेंसफुल मास्टरपीस बन जाती है।
Sohum Shah का दमदार अभिनय – “Tumbbad” के बाद एक और मास्टरपीस
अगर आपने “Tumbbad” देखी है, तो आप जानते हैं कि Sohum Shah कितने बेहतरीन अभिनेता हैं। लेकिन Crazxy में उन्होंने अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं! यह फिल्म पूरी तरह उनके कंधों पर टिकी हुई है, और उन्होंने इसे पूरी शिद्दत से निभाया है।
फिल्म की शुरुआत में डॉ. अभिमन्यु एक लालची, स्वार्थी और चालाक इंसान के रूप में नजर आते हैं, जिसे सिर्फ खुद की फिक्र है। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, हम देखते हैं कि कैसे वह एक मजबूर पिता में बदल जाते हैं, जो अपनी बेटी के लिए कुछ भी करने को तैयार है। यही ट्रांसफॉर्मेशन इस फिल्म का सबसे इमोशनल और स्ट्रॉन्ग पहलू है।
Sohum Shah की डायलॉग डिलीवरी, एक्सप्रेशंस और इमोशनल रेंज इतनी शानदार है कि आप खुद को उनकी स्थिति में महसूस करने लगते हैं। यह फिल्म इस बात का सबूत है कि अगर स्क्रिप्ट और एक्टिंग दमदार हो, तो सिर्फ एक किरदार भी पूरी फिल्म को सुपरहिट बना सकता है!
Crazxy क्यों देखें?
अगर आपको इंटेंस थ्रिलर, इमोशनल ड्रामा और एक्टर-ड्रिवन फिल्में पसंद हैं, तो Crazxy आपके लिए परफेक्ट है!
इस फिल्म की कुछ बेहतरीन बातें:
✅ सिर्फ 93 मिनट की शानदार थ्रिलर – कोई फालतू खींचतान नहीं!
✅ Sohum Shah की अब तक की सबसे दमदार परफॉर्मेंस!
✅ जबरदस्त बैकग्राउंड स्कोर और रियल-टाइम टेंशन!
✅ इमोशनल और थ्रिलिंग कहानी, जो आपको अंत तक बांधे रखेगी!
✅ Down Syndrome पर एक मजबूत और संवेदनशील संदेश!
नित्कर्ष
Crazxy सिर्फ एक रोड मूवी नहीं है, यह एक इमोशनल सफर है, जहां एक पिता को जिंदगी की सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है। Sohum Shah ने अपनी अदाकारी से इसे एक मास्टरपीस बना दिया है। इस फिल्म का सस्पेंस, ड्रामा और इमोशन का कॉकटेल इतना दमदार है कि आपको लास्ट सीन तक सांस रोककर बैठना पड़ेगा!